दुनिया के टॉप उद्योगपति (industrialists) में से एक रतन टाटा (Ratan Tata) को आज के समय में परिचय की कोई ज़रूरत नहीं। आज अपना 85वां जन्मदिन मन रहे रतन टाटा सभी के लिए किसी प्रेरणा से काम नहीं है। हर आयु के लोग उन्हें दिल से प्यार करते है और उनके अच्छे के लिए प्रार्थना करते है। इतने उच्चतम तथा श्रेष्ठ होने के बाद भी टाटा के भीतर कोई अभिमान नहीं है और वे सबसे विनम्र होक ही मिलते हैं।

परिचय
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को बॉम्बे में हुआ था। वे नवल टाटा के पुत्र हैं। रतन टाटा एक भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष हैं। वे 1990 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष भी थे और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम अध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत थे। वे इसके चैरिटेबल ट्रस्टों के प्रमुख बने रहे। उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर (Cornell University College of Architecture) से वास्तुकला (architecture) में बैचलर की डिग्री प्राप्त की, और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट पाठ्यक्रम के माध्यम से उन्होंने 1975 में पूरा किया। वे 1961 में टाटा से जुड़े, जहां उन्होंने टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम किया।
आसमान तक पहुंचाया कारोबार
रतन टाटा के कार्यकाल में टाटा ग्रुप ने बहुत उन्नति की और सफल रही। यह कारोबार इतना विस्तार हुआ कि आज घर के रसोई से आसमान तक टाटा का नाम लिया जाता है। आज नमक-मसाले हों या फिर पानी-चाय-कॉफी, घड़ी-ज्वैलरी या लग्जरी कार, बस, ट्रक और हवाई जहाज (Air India) का सफर टाटा ग्रुप (Tata Group) का कारोबार हर क्षेत्र में टाटा का फैला है। देश में इस 157 साल पुराने ग्रुप की 17 कंपनियां शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्टेड हैं।
टाटा को मिले कई सम्मान
रतन टाटा ने अपने जीवन में कई पुरस्कार हासिल किये हैं। उसमे, वर्ष 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण प्राप्त हुआ, जो भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला तीसरा और दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। 2021 में उन्हें असम में कैंसर देखभाल को आगे बढ़ाने के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए असम का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम बैभव’ भी प्राप्त हुआ।
परोपकारी हैं टाटा!
टाटा शिक्षा, चिकित्सा और ग्रामीण विकास के समर्थक हैं, और भारत में एक अग्रणी परोपकारी माने जाते हैं। चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों के लिए बेहतर पानी उपलब्ध कराने के लिए क्षमता विआयनीकरण विकसित करने के लिए टाटा ने न्यू साउथ वेल्स फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के विश्वविद्यालय का समर्थन किया।
IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 के अनुसार, वे 421वें सबसे अमीर भारतीय हैं। 2021 में उनकी रैंक 433 थी।